स्टेशन की दूरियाँ बढ़ा रही थी मेरी बेताबी तुम मुझे समझा रहे थे पर लग रहा था सब बे-हिसाबी कौन सी उलझन को सुलझाऊॅ कौन सी उलझन बढ़ाऊॅ बस इसी कशमकश में तुमने कहा तेरा इंतजार करार पाने वाला है सुन मोटी, हमारा स्टेशन आने वाला है जब बोलूँ तू उतर जाना ऐसे मिलना की मुझ में ही मिल जाना! Story Title : जब मिले तुमसे, तुम्हारे हो गए #Kumaar_Series Part 9 : तुम्हारा समझाना लग रहा था बेहिसाबी #kumaarsthought #kumaaronlove #kumaarromance #mohabbat #kumaarwrites2022 #एहसासऔरतुम