दिल है साहब, किसी पे आने को सोचा नहीं करता। लाख तोहमतें उठानी पड़े, चलता है कभी ख़सारा नहीं कहता।। #दिल .. #साहब ...#सोचा ..... #लाख #तोहमतें .... #ख़सारा ... #NojotoVOW #Indianpoetry