पंख टूटे हैं तो क्या समेटने खुद ही पड़ेंगे कौन मरहम लगाएगा कौन दिलासा देगा यह अपने ही तो मांझे हैं लपेटने खुद ही पड़ेंगे पंख टूट ही गए जब तो फिर रोना क्यों इश्क आदतन बेवफा है और मुकद्दर भी बात जानते हैं जब ये, किसी का होना क्यों #yqbaba #yqdidi #triveni #poetry #kavita #त्रिवेणी #yqchallenge #पंखटूटे