माखन की मटकी सा मेरा बचपन ढूँढती है माँ अब आँगन में। बाँसुरी सी धुन सुना करती है माँ मेरी बातों में। साँवले रंग सी वो खोई हुई किलकारियाँ सुना करती है माँ। शृंगार सा सुंदर मुझे समझा करती है माँ। लडकी होकर भी कान्हा सा बना लिया करती है मुझे यशोदा सी मेरी माँ। 💓 - कनिका गोयल #Krishna #janmashtami #lord_krishna #meri_yashoda_si_maa💓