इस मुस्कान के दिवाने हजारों है तुम एक हसीन सी कली गुलाब की तुम्हें घेरे काँटे हजारों है। मैं नदान क़द्रदान तुम्हारा तेरी तारीफ़ करने को मेरे पास बहाने हजारों है।। #तारीफ_के_बहाने