बरसातों में वो फूल पत्थर की दीवारों पर उग आते थे जैसे की कोई ज़िद हो गुच्छों में पिरोयी ज़िन्दगी की तरह रंगों से भरे छोटे छोटे से वो जंगली फूल बस मुस्कुराते थे और कुहास की पेशानी पर रंग रौशन किया करते थे छोटे छोटे से वो जंगली फूल जिनका ना कोई नाम था ना कोई नामलेवा ना कोई निमित्त और जो बस बिना किसी वजह के पत्थरों की दीवारों पर उग आते थे जैसे की कोई ज़िद हो #NojotoQuote जैसे कि कोई ज़िद हो #kavishala #hindinama #tassavuf #mikyupikyu #love #skand