जिस किनारे मिलती हों खुशियाँ जहाँ माँ मेरी, बाट जोती हो और पँछी आते हों परियों के देश से पिता मेरे, जहाँ सपने मेरे सजाते हों जिस किनारे बचपन खिलखिलाता हो दोस्त सब, मिल कर गीत सभी गाते हों कभी बैठ के पेड़ की छांव तले कभी किसी किनारे सपने सुनहरे कल के बुनते हों उस किनारे जाना है... #उसकिनारे #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi