लाशें उठाने को कँधे न मिलेंगे लाशें कभी इस क़दर से भी निकलेगी आज मेरा घर जल रहा है तो कल धुँआ तेरे शहर से भी निकलेगी ये रोज -रोज की मैय्यतो पे ख़ामोश रहने वाले याद रखना हो सकता है दोस्त कल एक लाश तेरे घर से भी निकलेगी #moblynching #masacare