आँख नहीं है मेरी लेकिन दुनिया की तस्वीर महसूस करी है सुन नहीं पाता हूं लेकिन होठों से बात पड़ी है पैर नहीं है मेरे लेकिन हौसलों से सीढ़ी चढ़ी है बोल नहीं सकता हूं लेकिन इशारों से आवाज करी है और ... जो कहते थे गूंगा,बहरा, लंगड़ा मुझको उनके सामने आज आकर सक्सेस मेरी खड़ी है...2 ©official_tarunshrivastava #WorldDisabledDay #Disabled