सिर्फ़ तुम्हें..!! . . . (Plz read full piece in caption🌼) सुनो जानाँ ..! माना के हमारे बीच हैं कुछ क्षणिक दूरियां, पर जब बंद करके आँखे बैठती हूं कभी, और सोंचती हूं कि क्या सच हैं ये दूरियां..? नहीं,मिथ्या ही तो हैं न ये हमारे दर्मियां, हृदय से तो हम एक ही है न, जब स्वयं को स्वयं में ढूंढती हूं,