मुकाम की चाह तो बड़ी है दिल में, पर पाना उसे अभी बाकी है। सिर्फ इच्छा से मिलना कुछ नहीं है, अभी पसीने से महकना बाकी है। आंखे तो मेरी नीद की दीवानी है, पर कहा अभी तो कई रातें जागना बाकी है। एक कसर पे जिंदगी दाव पे लगी है, अभी तो ये जुआ जितना बाकी है। ✍️Dheeraj kohli ©Er. Dhiru Kohli #कामयाबी तक❤️ #खुले जहां के आजाद मुसाफ़िर# vks Siyag #nanhi_shayrana218 #Isha Rajput