देश के 132 शहर में पार्टिकुलेट मैटर के स्तर पर 20 से 30% तक काम करने के लिए किए गए राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम एनसीएपी के 3 साल के परिणाम निराशा करने वाले हैं केंद्रीय परिणाम मंत्रालय द्वारा जारी हालांकि आंकड़े बताते हैं कि जर्मनी स्तर पर यह तो बहुत कम पर करती हुई है या हुई है नहीं आती कहां से 9 घंटे में इंटर्न हां मैंने ध्यान नहीं दिया जाता शहरों में पीएम टो 5:00 पीएम 10 के स्तर पर गिरावट नाम मौत हो गई जबकि काफी शहरों में वृद्धि देखने को मिली 102 शहरों में वायु प्रदूषण नियंत्रण किया था बाद में इसमें 30 शहर और जोड़े गए इन सभी 132 शहरों को लाना अपार्टमेंट शहर कहा जाता है क्योंकि इन्होंने एन एस पी के तहत 2011 15 की अवधि में जो राष्ट्रीय परिवेश वायु गुणवत्ता मानकों को पूरा नहीं किया कोई अवेटेड और एयर क्वालिटी मीटर सिस्टम सी एच यू एस के प्रांत वायु गुणवत्ता नागरिक आंकड़ों का विश्लेषण बताता है कि जिन शहरों में 2019 और 21 के पी एम और पीएम 10 के स्तर में गिरावट दर्ज की गई है गाजियाबाद नोएडा दिल्ली मुरादाबाद पीएम वाराणसी 2019 में पांचवी रायगढ़ से 2021 में 37 लाइन पर आ गया सूची में शीर्ष 10 प्रदूषित शहरों में से चार उत्तर प्रदेश जबकि तीन शहर बंगाल के थे आज शहर गाजियाबाद दिल्ली नोएडा बारिश में मुरादाबाद जोधपुर मंडी गोविंदगढ़ और हावड़ा pm10 के लिहाज से सबसे प्रदूषित शहर है ©Ek villain #पिछले पायदान पर पर्यावरण #Nofear