दिल की आरज़ू .. तलवारों पे सर वार दिए अंगारों में जिस्म जलाया है तब जा के कहीं हमने सर पे ये केसरी रंग सजाया है 🇮🇳 ए मेरी ज़मीं अफसोस नहीं जो तेरे लिए सौ दर्द सहे महफूज रहे तेरी आन सदा चाहे जान ये मेरी रहे न रहे 🇮🇳 ऐ मेरी ज़मीं महबूब मेरी मेरी नस नस में तेरा इश्क बहे पीका ना पड़े कभी रंग तेरा जिस्म से निकल के खून कहे तेरी मिट्टी में मिल जावां गुल बनके मैं खिल जावां इतनी सी है दिल की आरजू ... जय हिंद जय भारत ©Prasoon #jai #हिंद #jaiBharat #India