तिलमिला उठा था युवा भगतसिंह, देख अंग्रेजों के सितम, क्रांति की लहर उठी सीने में, करने को सब अत्याचार ख़त्म। 🎀 क्रांति की लहर 🎀 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 आज की प्रतियोगिता (Challenge-340) "गुस्ताख़ दिल" को जीतने के लिए "क्रान्ति की लहर" पर कोलाब करना अनिवार्य है। 🎀 2 लेखकों को मिलकर कोलाब करना है और कुछ अनोखा लिखने की कोशिश करनी है। 🎀 Font छोटा रखिएगा जिससे वालपेपर खराब न हो। कम लिखिए या ज़्यादा लिखिए परन्तु अपना लिखिए।