जिधर ये ज़ालिम दुनिया न हो जिधर जात पात के नाम पर दंगे न हों जिधर समाज के कठोर कायदे कानून न हों जिधर "लोग क्या कहेंगे" की चिंता न हो जिधर लड़कियों के कपड़े देख उनके चरित्र पर सवाल न उठें जिधर कोई बंधन न हो, पूरी आज़ादी हो जिधर लड़का और लड़की को हर चीज़ में बराबर हक़ मिले जिधर ज़माना प्रेम का दुश्मन न हो जिधर हवस के पुजारी न हों जिधर सबका अपना कानून हो, अपनी मनमर्ज़ी चले जिधर कोई लड़ाई झगड़ा, कोई युद्ध न हो जिधर कोई देश, कोई धर्म, कोई जात न हो जिधर सब इंसानियत को पुजें, इंसानियत ही सबका धर्म हो जिधर सिर्फ़ शांति, सिर्फ़ समृद्धि हो जिधर प्रकृति को कोई नुकसान न पहुंचाए जिधर सिर्फ़ खुशियां ही खुशियां हो उस किनारे जाना है जो इस दुनिया से परे हो उस किनारे जाना है... #उसकिनारे #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi