प्रश्नचिन्ह??? एक उपन्यास... पहला भाग नींद आनंद की आंखों से कोसों दूर थी, उसकी बंद आंखों में दिन भर की घटनाएं, किसी सीरियल के एपिसोड की तरह चलने लगी।जबसे उसने CT scan और MRI की रिपोर्ट्स पढ़ी, उसका दिमाग चक्कर खा रहा था। चिंता की लकीरें माथे और दिल पर उभर आई। उसने आंखें खोली, देखा दीपा सामने बिस्तर पर लेटी कराह रही है, दर्द का इंजेक्शन दे देने के बाद भी पीड़ा की धूप चेहरे पे नज़र आई, बहुत अधिक दर्द के कारण उसने बहुत से आंसू रोए होंगे, उन आंसुओं की कहानी के निशान एक बेबसी की पगडंडी के रूप में आंखों से निकल होंटों के किनारों पर स्पष्ट