दिल तो अब भी उसके दिए ज़ख्मों से ही भरा है, मग़र अभी भी मेरेदिल में हसरत है चोट खाने की, उसे पाने की चाहत है या नहीं, ये मुझे पता नहीं है, मग़र मेरी तमन्ना है, उसकी फुरक़त में तड़पने की। शे'र-ए-ग़ज़ल #ghazalbygaganmudgal #yqbaba #yqdidi #yqtales #yqquotes #yqbhaijan