"कल,आज और कल" बचपन था आराम था बस अपने आप से काम था, पढ़ाई करते थे और खेलते थे कक्षा में अच्छे अंक लाते थे। जवानी आयी तो अहं आया दूसरों से आगे निकलने का जुनून आया, लगे रहे इसी धुन में पता ही नहीं चला और पीछे रह गए झुंड में। दूसरों से आगे निकलने के चक्कर में खुद से भी हार गया, दूसरों के हिसाब से खुद को ढूँढते ढूँढते खुद को ही खो दिया। रोता रहा जब अकेला मैं कोने में तब ख्याल आया ज़हन में, दूसरों वाले खुदको जला दूंगा खुद वाले खुद के लिए नया सवेरा लाऊँगा। #yqbaba #yqdidi #yopowrimo #poetry #me #PeerPressure #introspection #hindipoetry