माँ जैसी सरल है हिंदी, माँ जैसी सरल है हिंदी, निष्कपट निश्छल है हिंदी। देवनागरी लिपि सुंदर, भावप्रवण सबल है हिंदी। सब बोली में घुल-मिल जाती, गंगा सी अविरल है हिंदी।। संस्कृति संस्कार सिखाती, हर प्रश्नों का हल है हिंदी। भारत माँ के भाल की बिंदी, स्वच्छ धवल निर्मल है हिंदी। तुलसी सुर कबीर की वाणी, भाषाओं में अव्वल है #हिंदी#भाषा#नोजोटो#हिंदी