मैं मुसाफिर हूं मैं बिना रुके अपनी मंजिल की तरफ चलता रहता हूं जिस तरह मंजूर है वक्त को मैं उसी तरह डलता रहता हूं उसे कोई खबर नहीं जिस के इंतजार में मैं चिराग की तरह जलता रहता हूं राणे शाह राणे शाह #NightPath