उस रोज़ जैसे बिजली सी गिर पड़ी थी तुकडो तुकडो में बिखर गया ये दिल संजोने का होश किसे था परवरदिगार वो चला गया, साथ चल पड़ी सुधबूध भी अथर पाँवो से हम वही पर खड़ रहे रास्ता न आगे, न ही पिछे, कही था मेरे इल्तिजा लिए यही कि काश वो मूड़ जाएँ तो उन्हे पाने जिद बनी रहे फिर एक बार पर उसने मूड़कर दाखा ही नही........ बिछड़ने के भी कुछ तौर-तरीक़े होते हैं। लेकिन बिछड़ने वाले इस बात को कहाँ समझते हैं। #मुड़करनहींदेखा #collab #yqdidi ... Best YQ Hindi Quotes पर पढ़ें योरकोट हिंदी की चुनिंदा रचनाएँ। #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi