मैं आपको हमारे सुबे के बड़े कवि विनीत चौहान द्वारा रचित कुछ पंक्ति सुनाना चाहता हूँ क्यो नीद सभी की उङी हुई जनता के चंद फैसले से हो गई कराची तक हलचल भारत के दुंग हौसले से , सुनो गौर से पदचापे जो इस जनमत से आती है मोदी सिंहासन चढे अभी दुनिया थर-थर थर्राती है । मोदी का पावर