मैं शब्दो का संग्रह हूँ संचार हूँ, खुदी में खुद का बढ़ता एक विचार हूँ, अपने ही शब्दों को खुद पे आजमाता हूँ, उन्ही शब्दों को एक दूसरे के साथ सजता हूँ, फिर पिरो के उन्हें एक धागे में नई रचना नई कविताएं बनाता हूँ। #shabd