अब दिलासा किसको दें.. किसी और के बहकावे में, वो दोस्ती उसने ठुकरा दी, चार लोगों के उकसाने पे, वो मशाल कहीं लहरा दी.. चाह अपनी आबादी की लिये, बर्बादी हर तरफ़ फैला दी.. समझ जाते थे जो एक दूजे की नाराज़गी, आज गुस्से में अपनी हर सांस मिला ली.. थक गए जब आक्रोश में जान झोंक कर, पास से आती चिखों ने आत्मा हिला दी.. बढ़ तो चले क़दम उस मातम की और, जाने पहचाने चेहरों को बिलखता देख, यकीं आया कि कहीं अपनी ही रूह जला ली..! अब दिलासा किसको दें.. #msj #humanity #riots #peace #people #yqhindi #maturity #brotherhood