"गोलू भालू की दोस्ती: अकेलेपन से सच्ची दोस्ती और खुशी की कहानी" - गोलू भालू अकेलेपन से परेशान था और सोचता था कि उसका कोई सच्चा दोस्त नहीं है। एक दिन, जब मीना तोता और सोनू खरगोश ने उसे उदास देखा, उन्होंने उसे बताया कि वे सच्चे दोस्त हैं जो हमेशा उसके साथ रहेंगे। गोलू को एहसास हुआ कि सच्ची दोस्ती साथ देने में होती है, और उसने खुशी के आँसू के साथ अपने दोस्तों को गले लगाया।