सुख और दुख सिक्के के दो पहलू ही तो है एक भी चला जायेगा तो वो सिक्का भी काम नहीं आयेगा... खोटा सिक्का चलाना और खोटा जीवन जीना बड़ा मुश्किल हो जायेगा... पता हैं फिर क्या होगा फिर सिर्फ छल ही करना हमें आएगा... कभी दूसरे से कभी खुद से छल ये मन करता जाएगा.. इसीलिए सुख को समझना हैं न तो दुख से सीखना जरूरी है, वरना सुख का मतलब क्या ही रह जाएगा... जब तक चाहेंगे सिर्फ एक ही चीज पाना ना, जिंदगी में बहुत कुछ जरूरी छूट जायेगा... और छल से तो कुछ भी हासिल नहीं होगा अगर सीखना नही आयेगा ना तो जो सब अभी अपना है न वो भी उस खोटे सिक्के के एवज में बाजार में बिक जायेगा... फिर पछताने से भी कुछ नहीं होगा क्यों की तब तक जीवन भी हाथ से फिसल ही जायेगा... सुख और दुख.... #स्नेह_के_साथी #mywritingmywords #mywritingmythoughts #yqdidi #yqbaba #yqhindi #yqhindiwriters #mywritingmymood