निशुल्क और निस्वार्थ प्रेम देने वाले को लोग हाजत, मजबूर, खुदखर्ज समझते हैं।। जबकि जरूरतमंद व तंग तो वो इंसान है जिसे इसका सुख मिल रहा है।। वो नही जो यह निश्छल, निस्वार्थ, महंगा प्रेम दे रहा है।। ©Dr. Nishi Ras (Nawabi kudi) my Upcoming book.. #niswarth #Prem #ishq #mohobbat #Love #Life #Rose