#सांझ _के_लिए सुशील यादव "सांझ" मन में आस के विश्वास का, प्रकाश दीप जलाए रखना दिन का अभिनन्दन करना, कर्म कौशल से दिन भर करना कर्तव्यकर्म का भाव हो मन में, संतुलित रहें कर्तव्यकर्म में, फलासक्ति का बंधन टूटें,