तेरी-मेरी नजर जब भी किसी महफिल में, मेरी नजर तेरे चेहरे को छूकर रूबरू होती हैं। तब कई नजरे सिर्फ मेरी नजरों पर होती हैं।। रुसवाई का डर मुझे अपना नहीं, लेकिन ये डर तेरे लिये मेरे जहन में बसता हैं।। .... अंकित.. #रुसवाई #डर#इश्क#मोहब्बत Suman Zaniyan