वो पल हसीन था प्यार का वो पल हसीन था, पहली मुलाकात की तरह...... सोचा नही था एक दिन बिछड़ जाएंगे, सफर में मिलती दो राहों की तरह..... यूं तो रिश्ता था प्यार का मगर था शायद कच्ची डोर की तरह.... जो भी था बीतें यादों में, लेकिन प्यार का वो पल हसीन था। मैं सुनती थी तुम्हारी बातों को ध्यान से और तुम बोलते किसी तोते की तरह.... तुम्हारा प्यार जताने का अंदाज ही अलग था, मैं अक्सर शर्माकर छुप जाती थी तुम्हारे सीने में महसूस करती उस वक्त तुम्हारे दिल की धड़कनों को जो मेरे करीब आने से अक्सर बढ़ जाया करती थी। सच में बहुत याद आती है वो अतीत पुरानी प्यार का वो पल सच में हसीन था। ©Vironika Singh #Love@Poems