जहाँ लाचारी है वो बस उधर के शेर नइ होते वो असली मर्द हैं जो सिर्फ घर के शेर नइ होते महज़ इक वाहवाही के लिए ही मत लिखो साहब कि देखो यूँ कलम पे वज़्न धर के शेर नइ होते मैं क्यूँ सोचूँ ज़माना सोचता है मेरे बारे क्या ज़माने की बुराई से तो डर के शेर नइ होते ये देखो आह निकली दिल से मेरे जब कहा उसने किताबें चूहों सी ही कुछ कुतर के शेर नइ होते "फकीरा" बनना है शायर...? समंदर छान लो प्यारे! यूँ उथले पानी में ही कुछ उतर कर शेर नइ होते #ghazalgo_fakeera to read ghazals.. #mapa_ka_ansh to read quotes and couplets on parents and elders.. #yqbaba #yqdidi #ghazal