#OpenPoetry ॐ सुप्रभात 💐 पिताचार्य: सुह्रन्माता भार्यापुत्र: पुरोहित: । नाSदण्डअ्योनाम राज्ञोSस्ति य: स्वधर्मे न तिष्ठति ।। वह पिता ,आचार्य , मित्र ,माता, पत्नि ,पुत्र व पुरोहित आदि जो अपने धर्म पर स्थिर नहीं रह पाते , वे सभी दंड पाने योग्य है । ।। 🚩ॐ वन्दे वेद प्रकाशम्🚩 🚩जय वैदिक सनातन धर्म संस्कृति 🚩 🚩जय श्री राम 🚩 ॐ सुप्रभात 💐 पिताचार्य: सुह्रन्माता भार्यापुत्र: पुरोहित: । नाSदण्डअ्योनाम राज्ञोSस्ति य: स्वधर्मे न तिष्ठति ।। वह पिता ,आचार्य , मित्र ,माता, पत्नि ,पुत्र व पुरोहित आदि जो अपने धर्म पर स्थिर नहीं रह पाते , वे सभी दंड पाने योग्य है ।