पिताजी किस जहां में आज के दिन आप चले गए . हर लमहे में आप साथ रहे आपकी बातें आपके विचार कमी आपकी जीवन भर रहेगी कोई कितना भी आगे बढ़ जाए कितने भी दौलत कमा ले पिता का प्यार नहीं कमा सकता ए खुदा किसी से उनका खुदा ना छीनना. बचपन से थोड़ी अलग हूं मैं ना कभी किसी से झगड़ा ना किसी से ईर्ष्या 1 दिन जलन हो गई मुझे. कॉलेज हॉस्टल में जब गार्ड भैया आवाज लगाएं . नाम से , वह ध्यान ना दी. जब गार्ड भैया ने कहा पापा आए हैं लड़की जोर से चिल्लाई पापा हैं और दौड़ के गई. पापा आए हैं मुझे पहली बार जलन हुई ईर्ष्या हुई. मेरे पापा क्यों नहीं आए कहां गए हैं ,क्यों गए ? टेबल के नीचे सर रखकर आंसुओं के सैलाब आए. कि पापा क्यों ना आए लड़कियों को पेपर के बाद अपने पापा से मिलते देख मुझे भी अपने पापा की याद आती कैसा गया पेपर मैं भी उन्हें बताती रिजल्ट के बाद गले लग कर मैं भी उन्हें बताती कुछ तो अच्छा करके उन्हें गर्व फील कराती हर पल हर समय कमी आपकी महसूस होती है मन ढूंढता परछाई भी ना मिलती बस मेहनत, दया, करुणा ,हिम्मत, साहस गतिशीलता. मार्ग पर आपकी चलने की कोशिश करती. आप की लाडली (कांति जोशी) #NojotoQuote papa पिताजी