उसे मेरी मोहब्बत पर शक़ है,,, मुझे उस से मोहब्बत पर गुरुर,, माना कि तू एक लड़की है मगर तेरा चेहरा जैसे कोई हूर,, गाता रहता हूँ सिर्फ तेरे नाम के नगमे,, फिर तो क्या ताल और क्या सुर,,, *SHADAB USMANI* found