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" बिटिया " ●●●●● {Read in Caption} Dr.Vishal Si

 " बिटिया "
●●●●●

{Read in Caption}

Dr.Vishal Singh  क्या हुआ बेटा.... कुछ नहीं सर , अरे बताओं ना... मैंने फिर पूछा, यह पल्लवी थी मैरी पसंदीदा विद्यार्थी आज बड़ी उदास बैठी थी... मैंने फिर पूछा तो बोली सर मैरी दीदी हे ना प्रियंका उनकी शादी पक्की हो गयी है.. और यह तो अच्छा हैं फिर... क्या अच्छा है सर मेरी बात काटते हुए कहा उसने , अभी तो छोटी है दीदी सर बस अठारह वर्ष की ...पढ़ना चाहती है अभी ... आप नहीं जानते हम लड़कियों की बड़ी परेशानिया है ..कहकर पल्लवी चलीं गयी और मैं निःशब्द था।
मुझसे रहा नहीं गया पता मालूम कर के पहुंच गया उसके घर ... पल्लवी ने बहुत खुशी से स्वागत किया ... वहा पहुंचते ही उसके माता-पिता से परिचय हुआ ओर मैने उन्हें बधाई दी... बधाई हो बिटिया की शादी पक्की हो गयी ओर मोका देखते ही कहा आपको नहीं लगता अभी बिटिया छोटी है, पढने में होशियार है उसे पढना चाहिए .... अरे कहा साहब उसके पिता ने बात काटी..अब बस अपने घर जाये ये ओर कहाँ दिमाग चलता इसका पढाई लिखाई में ... तो इसे घी खिलाया करो मैने हँसते हुए कहा तभी पल्लवी बोली ... नहीं सर घी खाने से हङ्ङी गल जाती हैं ऐसा माॅ कहतीं हैं ...
समझ नहीं आ रहा था अब हँसू या गुस्सा करू मैने उसकी माँ की ओर देखा तो बोली ये क्या करेंगी साहब घी खाकर बेटा खायेगा तो काम आयेगा ... मैं आवाक रह गया ये केसा रूप हे मानव का , केसी मानवता हे ये ना बेटी की पढाई ना पौष्टिक भोजन ... इस प्रकृति ने तो यह भेदभाव नहीं किया नर नारी सभी को समान बनाया है फिर हमारी मानवता कहा गयीं .... 
खैर उनकी बातो पर जाना बेकार था ... ओर मैरी आदत खराब अपनी बात मन बाने की बस समझा बुझा कर मना लिया पल्लवी के माता-पिता को अब प्रियंका की शादी आगे बङ गयी पढ़ भी रहीं हैं , कहती है बङा पुलिस अफसर बनना है आगे .... ओर सुना हें अब तो घी भी मिल रहा है खाने को ....हा हा ....

Dr.Vishal Singh {वात्सल्य}
#बिटिया #feelings #motivation #पढाई
 " बिटिया "
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Dr.Vishal Singh  क्या हुआ बेटा.... कुछ नहीं सर , अरे बताओं ना... मैंने फिर पूछा, यह पल्लवी थी मैरी पसंदीदा विद्यार्थी आज बड़ी उदास बैठी थी... मैंने फिर पूछा तो बोली सर मैरी दीदी हे ना प्रियंका उनकी शादी पक्की हो गयी है.. और यह तो अच्छा हैं फिर... क्या अच्छा है सर मेरी बात काटते हुए कहा उसने , अभी तो छोटी है दीदी सर बस अठारह वर्ष की ...पढ़ना चाहती है अभी ... आप नहीं जानते हम लड़कियों की बड़ी परेशानिया है ..कहकर पल्लवी चलीं गयी और मैं निःशब्द था।
मुझसे रहा नहीं गया पता मालूम कर के पहुंच गया उसके घर ... पल्लवी ने बहुत खुशी से स्वागत किया ... वहा पहुंचते ही उसके माता-पिता से परिचय हुआ ओर मैने उन्हें बधाई दी... बधाई हो बिटिया की शादी पक्की हो गयी ओर मोका देखते ही कहा आपको नहीं लगता अभी बिटिया छोटी है, पढने में होशियार है उसे पढना चाहिए .... अरे कहा साहब उसके पिता ने बात काटी..अब बस अपने घर जाये ये ओर कहाँ दिमाग चलता इसका पढाई लिखाई में ... तो इसे घी खिलाया करो मैने हँसते हुए कहा तभी पल्लवी बोली ... नहीं सर घी खाने से हङ्ङी गल जाती हैं ऐसा माॅ कहतीं हैं ...
समझ नहीं आ रहा था अब हँसू या गुस्सा करू मैने उसकी माँ की ओर देखा तो बोली ये क्या करेंगी साहब घी खाकर बेटा खायेगा तो काम आयेगा ... मैं आवाक रह गया ये केसा रूप हे मानव का , केसी मानवता हे ये ना बेटी की पढाई ना पौष्टिक भोजन ... इस प्रकृति ने तो यह भेदभाव नहीं किया नर नारी सभी को समान बनाया है फिर हमारी मानवता कहा गयीं .... 
खैर उनकी बातो पर जाना बेकार था ... ओर मैरी आदत खराब अपनी बात मन बाने की बस समझा बुझा कर मना लिया पल्लवी के माता-पिता को अब प्रियंका की शादी आगे बङ गयी पढ़ भी रहीं हैं , कहती है बङा पुलिस अफसर बनना है आगे .... ओर सुना हें अब तो घी भी मिल रहा है खाने को ....हा हा ....

Dr.Vishal Singh {वात्सल्य}
#बिटिया #feelings #motivation #पढाई