हर आँखों में आँसू, जब भी आता है नया साल शुरुआत होती है मुहर्रम से मिट गए जो दीन की खातिर उन शहीदों की याद आती है आसमान था लाल उस शाम हर आंख से आंसू बरसा था। हर आंख में आंसू आज भी है जब माह ए मुहर्रम आता है।। "मुकीम शादाब" #muharram #nayasal #imamhusain #husain #zainulaabdeen #zainab #fatima #imamhasan #muqeem #shadab #muqeem_shadab #karbala #nojotohindi #nojotourdu #urdupoetry #hindipoetry #hindikavita #urdunazm ŠHĄKĮŁ MÜÑĐÅ