Mantri Ji जनता सवाल करे ओ मंत्री जी बड़ा बवाल करे ओ मंत्री जी अब तो कुछ विकास करो ओ मंत्री जी बोलो क्या कुछ तो कमाल ओ मंत्री जी मंत्री जी बोले दिया तो है गरीबो का अधिकार सम्पन्न हुआ मैं स्वयं अब विदेशों में भी है मेरा व्यापार बेटा मेरा IS बना बिन पढ़े बिन खर्चे से दैनिक अखबार भरा पड़ा मेरे गबन के चर्चे से विकास की लहर में नहाए मेरी बेटी ओर जमाई धन दौलत उनकी इतनी कि आज ही उनकी नई BMW आयी मेरे मामा जो जीते थे दूसरों के दम पर आज उनकी चार खदानें चार सौ डम्पर बुआ ने मेरी न ज्यादा डिमांड की किसानों की 500 बीघा जमीन बस उनके नाम की। आतंकवादियों को दे दिया आरक्षण पूरे साल का भर देते अब वो मेरा राशन हुआ विकास और देखो प्रगति छाई देखो मैंने कैसी कूटनीति अपनायी गरीबी भूखमरी घोर संकट चंहु ओर रे अगर हमने अपनी आंखें मुंदी परिवार अपना सुरक्षित, करते रहो तुम चाहें जितना शोर रे करेंगे घोटाला फिर से अबकी बारी चार पेटी दारू देकर फिर से जीतेगा हम जैसा चोर रे! सीना ठोकर गर्जना कर क्या बोले फिर वो मंत्री जी मैं ही राजा मैं ही प्रजा मैं ही यहाँ सबसे बड़ संतरी जी सभा समाप्त कर बोले चलो विदेश चले वो मंत्री जी वाह धन्य हो..! क्या कमाल करें हो तुम मंत्री जी....!! ( मेरे कुछ अधूरे ख़्वाब से) Ajay Behare ki klm se ©Kshipra Pandey #मंत्री जी #WForWriters मंत्री जी