पितु मात पढ़े पाठ, सुनते साहिब माठ धरम पहर आठ सीखे झूम झूल कर। तटिनी सरसा तीर, रज शव लहू नीर, कैदकर बाल वीर, मुल्ले बोले भूल कर। सिख तज सरदार, देख वरना दीवार, पाना है जो प्राणदान, कुरान कबूल कर। सिंह दोनों मुस्काए! गुरु जी फतेह पाए! सो मुगल चिनवाए, दोनों बोले फूल कर।। चारण गोविन्द #बाल_वीर_दिवस #balveerday #चारण_गोविन्द #gurugobindsingh #panjabi #sikh #khalsa #govindkesher #India