माना इश्क़ हरा देता है इश्क़ रुला देता ,इश्क़ जीवन को खुश्क बना देता है। पर इश्क़ हो सच्चा अगर,कोयले को भी कोहिनूर बना देता है। हाल -ए-इश्क़