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सोमवार का दिन था। जब मे सकुल जा रहा था। तो रास्ते

सोमवार का दिन था। जब मे सकुल जा रहा था। तो रास्ते मे एक लडकी ओर उसकी मा मुझे रास्ते मे मिली तो अचानक वहा प्राचार्य भी आ गये तो उसने बोला की आज सकूल की छूट्टी है। बातो-बातो मे पता नही चला कि प्राचार्य जी को लडकी की मा से कब प्यार हो गया तो वो वहा से दोनो चले गये मोज मस्ती करने, आखिर मे लड़की ओर लडका बच गये ओर चले गये वहा क्या समझ रहे हो ना तुम पडने वाले क्या हुआ पता है वो भी चले गये भाई जवान थे

©MR ATUL JAMRE #Baklol #Baathe #PyaR😍भी#mratuljamre
सोमवार का दिन था। जब मे सकुल जा रहा था। तो रास्ते मे एक लडकी ओर उसकी मा मुझे रास्ते मे मिली तो अचानक वहा प्राचार्य भी आ गये तो उसने बोला की आज सकूल की छूट्टी है। बातो-बातो मे पता नही चला कि प्राचार्य जी को लडकी की मा से कब प्यार हो गया तो वो वहा से दोनो चले गये मोज मस्ती करने, आखिर मे लड़की ओर लडका बच गये ओर चले गये वहा क्या समझ रहे हो ना तुम पडने वाले क्या हुआ पता है वो भी चले गये भाई जवान थे

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