" कल्पना नहीं अल्पना " ( अनुशीर्षक ) तुम्हारे मन की, शांति हेतु आवश्यक है मेरे मन तक तुम्हारे व्यथित मन की बात का पहुंचना, मेरे द्वारा उसे समझा जाना