ज़िंदगी भर नहीं भूलेगी वो बरसात की रात एक अंजान मुसाफ़िर से मुलाक़ात की रात ज़िंदगी भर नहीं भूलेगी हाय जिस रात मेरे दिल ने धड़कना सीखा शोख़्ह जज़बात ने सीने में भडकना सीखा मेरी तक़दीर में निखरी हुई, हो मेरी तक़दीर में निखरी हुई सरमात की रात ज़िंदगी भर नहीं भूलेगी दिल ने जब प्यार के रंगीन फ़साने छेड़े आँखों आँखों ने वफ़ाओं के तराने छेड़े सोज़ में डूब गैइ आज वही सोज़ में डूब गैइ आज वही नग़्हमात की रात ज़िंदगी भर नहीं भूलेगी Kuch gano ke alfaz Dil ko Is kadar chuu Jati hai ki, Mann mein ek tasvir si Sama Jathi hai...😍😍#Music