आज की स्वरचित रचना = आज का नेता नेता सब अवसरवादी होते,शिक्षित हों या अंगूठा छाप बांकी समय याद न आती प्रजा, चुनाव में कह दें बाप। कुछ मतदाता भी विचित्र,मतदान में रखें याद एक बात नेता चुनते समय कुछ न देखें, देखें केवल उसकी जात। हवाई घोषणा नेता करते, जो होती कभी ना पूरी चुनाव के समय घर आ जाएँ, और समय रखें दूरी। झूठे वादे , मिथ्या, धन, बल, ये सब है नेता के आधार बन कर जन प्रतिनिधि, जुट जाते ये करने सपने साकार। याद रखे जनता इनके चेहरे, ये करते रहते दल बदल पार्टी, विचारधारा बदल जाती, ना बदले लेकिन अकल। ✳️✴️❇️✳️✴️‼️✳️✴️❇️✳️✴️❇️✳️✴️❇️ ©Kamlesh Kandpal #neta