Ravish Wins Magsaysay किस कदर अंध फैला पड़ा है, कोई मानने को तैयार नहीं, क्या गलत के विरोध में बोलने का मेरा अधिकार नहीं। ये अंधेरा जो फैला है, क्या कोई इसको अब मिटा पायेगा? क्या उसको मिटाने को, कोई फिरसे लाठी लेके आएगा, उसने तो गैरों से बचाया था, क्या वो आंखों की पट्टी को हटाएगा, ये जो फैल रही है गंदगी क्या कोई इसको समझायेगा, आवाज को दबाते हैं ये, सच्चाई को छुपाते हैं ये, कोई मुझे ये बताएगा, क्या ये अब ऐसे देश चलाएगा? लोग पहुँच रहें हैं चाँद पे तो क्या, धरती पे कोई भूखा मरता जाएगा, कोई इस सरकार को बताएगा कि 5 साल बाद फिरसे अपना टाइम आएगा, ये अधना से दिखनेवाला एक बटन को दबाएगा और तुमको तुम्हारी औकात ये बताएगा लोकतंत्र का मतलब तब तुमको समझ आएगा #bjp #blackout #justice #corruption #nation #economy #gandhi # Akash Mishra