Nojoto: Largest Storytelling Platform

माँ तू सुन ना पुकार मेरी माँ तू सुन ना पुकार मेरी

माँ तू सुन ना पुकार मेरी

माँ तू सुन ना पुकार मेरी

कभी क्यूँ ना आकर, मेरे पास बैठ जाती

कभी क्यूँ न आकर, मुझे लोड़िया सुनाती

अकसर याद आती है, ओ… लम्हे

जब तू मेरे थके पैरों को, दबाती

अकसर याद आती है, ओ… लम्हे

जब तू मेरे बिखड़े बालों को, संवारती

माँ तू सुन ना पुकार मेरी

माँ तू सुन ना पुकार मेरी

©Uma sharma
  feeling lonely
us9894124627789

Uma sharma

Bronze Star
New Creator

feeling lonely #विचार

26,960 Views