के धुए मे बेमतलब नाराज़गी के अंधे कूए मे उम्र सी बढ़ती रोज़ थोड़ी दूरी थी धूआँ छटा तो जाना तु कितनी ज़रूरी थी Regrets... #mai_bekhabar #collabwithmb #सुलगतेरिश्ते Rest Zone #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi