आवाज़ आवाज़ में मेरे तल्खी रहती हैं तो तुम समझ क्यों नहीं लेते , मेरे मन की झुंझलाहट को, मेरे दिल की घबराहट को मेरे सांसों की गरमाहट को, इंतज़ार में तेरे ये मन बेकाबू हो बैठा है तो तुम समझ क्यूं नहीं लेते ..... मेरे आवाज़ की इस तल्खी को.... आवाज़ की तल्खी वजह