सन्त गरीब दास जी की वाणी से:- बीबी पड़दै रहे थी, ड्योडी लगती बाहर। अब गात उघाड़ै फिरती हैं, बन कुतिया बाजार। वे पड़दे की सुन्दरी, सुनांे संदेशा मोर। गात उघाड़ै फिरती है करें सरायों शोर।। नक बेसर नक पर बनि, पहरें थी हार हमेल। सुन्दरी से कुतिया बनी, सुन साहेब (प्रभु) के खेल।। #sanewschannel #kabirisGod #sundaythought 💔Chiwu💔 N'IGMA OF WORDS AND MUSIC