अब मोहब्बत हमें बेइंतेहा ना रहीं। हम मिले तो हैं मगर इल्तज़ा न रहीं। मुद्दतों बाद तुम्हें गले लगा भी लें तो कैसे उल्फतें वो अब दिल में कहीं जिंदा न रहीं।। - फ़क़त उमेश #मोहब्बत #इल्तज़ा #तमन्ना #चाहत #इश्क़ #उल्फत #दिल