*📝“सुविचार"*📚 ✍🏻 *“12/9/2021”*🖋️ 📘 *“ रविवार”*✨ आप इन “मेघों” 🌫️को देखिए वो ये “जल को संगृहीत” करके रखते है, इनका तो “गुण” ये है कि वो इस “जल” को सब में बांटते है, “धरा की प्यास” बुझती है तो “जीवों की भी प्यास” बुझती है, “सूर्य का गुण” ये नहीं कि वो सबसे अधिक “तेजस्वी” है। उसका “गुण” ये कि वो अपना “तेज”(ताप) सब में बांट सकता है। उसी प्रकार “जीवन” में “आनंद”,“उल्लास”, “प्रेम” ये बांटना “सीख” जाइए। ये एक “गुण ”है और बदले में आपको “दुगुना आंनद”,“दुगुना उल्लास” और “दुगुना प्रेम” भी अवश्य मिलेगा, यदि आपने ये सब अपने तक ही “सीमित” रखा तो आप “स्वयं का ही विकास” रोक देंगे...। *अतुल शर्मा🖋️📝* ©Atul Sharma *📝“सुविचार"*📚 ✍🏻 *“12/9/2021”*🖋️ 📘 *“ रविवार”*✨ #“मेघ” 🌫️ #“जल को संगृहीत”